जानिए URL क्या होता है, इसका फुल फॉर्म, इतिहास, कैसे काम करता है, URL Shortening, Absolute और Relative URL का अंतर और Secure URL के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में।
Table of Contents
URL क्या है (What is URL in Hindi)
जब आप इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करते हैं या किसी वेबसाइट पर जाते हैं, तो आपने एक लिंक देखा होगा जिसे हम URL कहते हैं।
URL का पूरा नाम है Uniform Resource Locator. यह इंटरनेट पर मौजूद किसी भी फाइल, फोटो, वीडियो या वेबपेज का डिजिटल पता होता है।
उदाहरण के लिए:https://allinhindime.com/what-is-url-in-hindi/
यह URL तीन मुख्य हिस्सों से मिलकर बना होता है:
Protocol
Host Name या Website Address
Resource या File Name
इन हिस्सों को अलग करने के लिए विशेष चिन्ह (Separators) जैसे ://
और /
का उपयोग किया जाता है।
1. Protocol
यह बताता है कि डाटा को कैसे ट्रांसफर किया जाएगा। उदाहरण:
HTTP (Hypertext Transfer Protocol)
HTTPS (Secure HTTP)
FTP (File Transfer Protocol)
HTTPS का उपयोग सुरक्षित डेटा ट्रांसफर के लिए किया जाता है, जैसे ऑनलाइन पेमेंट के समय।
2. Host Name या Website Address
यह वह नाम है जो किसी वेबसाइट के सर्वर का पता दर्शाता है। जैसे leastread.com.
असल में हर वेबसाइट का एक IP Address होता है, लेकिन उसे याद रखना कठिन होता है, इसलिए नाम का उपयोग किया जाता है।
3. Resource/File Name
यह उस खास पेज, फोटो, वीडियो या अन्य फाइल का नाम होता है जिसे आप देखना चाहते हैं।
URL का इतिहास
Tim Berners-Lee और Internet Engineering Task Force ने 1994 में URL का आविष्कार किया था।
URL ने इंटरनेट को सरल बनाया क्योंकि अब हर वेबपेज का एक यूनिक पता होता है जिसे आसानी से याद रखा जा सकता है।
URL कैसे काम करता है
जब भी आप ब्राउज़र में किसी वेबसाइट का URL टाइप करते हैं:
ब्राउज़र उस URL को DNS (Domain Name System) की मदद से IP Address में बदलता है।
फिर वह IP Address ब्राउज़र को सही सर्वर तक पहुँचाता है।
और आपके सामने वेबसाइट खुल जाती है।
URL Shortening क्या है?
URL Shortening एक प्रक्रिया है जिसमें लंबे URLs को छोटा और आसान बनाया जाता है ताकि उन्हें शेयर करना आसान हो।
उदाहरण:
बड़े URL:
https://www.example.com/this-is-a-very-long-url
शॉर्ट URL:
https://bit.ly/3XYZabc
कुछ लोकप्रिय URL Shortening टूल्स:
goo.gl
Bit.ly
TinyURL.com
शॉर्ट URL असल में ओरिजिनल URL पर रीडायरेक्ट कर देता है।
Absolute और Relative URL में अंतर
Absolute URL | Relative URL |
---|---|
पूरा URL लिखा होता है। | आंशिक URL लिखा होता है। |
उदाहरण: https://allinhindime.com/page.html | उदाहरण: /page.html |
किसी भी जगह से ऐक्सेस किया जा सकता है। | केवल उसी वेबसाइट के भीतर काम करता है। |
Secure URL क्या है?
जब आप किसी वेबसाइट पर पेमेंट करते हैं या संवेदनशील जानकारी भरते हैं, तो वहाँ Secure URL (HTTPS) का उपयोग होता है।
HTTPS में डाटा Encrypted होता है, यानी बीच में कोई भी व्यक्ति उसे नहीं पढ़ सकता।
इसलिए हमेशा यह जांचें कि वेबसाइट का URL https:// से शुरू हो रहा है या नहीं, खासकर जब आप ऑनलाइन पेमेंट करें।
FAQs: URL के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. URL का फुल फॉर्म क्या है?
Ans: URL का फुल फॉर्म है Uniform Resource Locator.
Q2. URL का क्या काम है?
Ans: URL इंटरनेट पर किसी भी Resource (जैसे वेबसाइट, फोटो, फाइल) तक पहुँचने का डिजिटल पता बताता है।
Q3. क्या HTTP और HTTPS में कोई फर्क है?
Ans: हाँ, HTTPS में डाटा सुरक्षित (Encrypted) होता है, जबकि HTTP में नहीं।
Q4. URL Shortening क्यों जरूरी है?
Ans: बड़े URLs को छोटा बनाकर शेयर करना आसान करने के लिए URL Shortening की जाती है।
Q5. Secure URL कैसे पहचानें?
Ans: Secure URL हमेशा https://
से शुरू होता है और आमतौर पर ब्राउज़र में एक ताले (🔒) का चिन्ह दिखाई देता है।
आपने क्या सीखा?
आज आपने जाना कि URL क्या है, इसका इतिहास, यह कैसे काम करता है, URL Shortening क्या होती है, Absolute और Relative URL में क्या अंतर है और Secure URL की क्या भूमिका है।
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-:नोट:-
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Posted by राम कुमार