What is Deference Between CBI and CID in Hindi - CBI और CID में क्या अंतर है?
What is Deference Between CBI and CID in Hindi – हेलो दोस्तों, आज के इस पोस्ट में जानेंगे की CBI और CID क्या है और इसमें क्या अंतर है, CBI और CID आमतौर पर दो अलग-अलग जांच एजेंसियां हैं और इसका क्षेत्र भी अलग-अलग होती है. CID का काम किसी विशेष राज्य के अन्दर घटित होने वाली सभी घटनाओं की जाँच करना है और यह राज्य सरकार के आदेश पर अपने राज्य की सीमा में काम करती है.
और बात करे CBI की तो, CBI पूरे देश में होने वाली विभिन्न घटनाओं की जाँच का काम करती है और इसका आदेश देने का अधिकार केंद्र सरकार, उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट के पास होता है. अब इतना जानने के बाद यह जानते है कि CBI और CID क्या होता है.
Table of Contents
CBI (Central Bureau of Investigation) क्या है?
CBI यानि (Central Bureau of Investigation), भारत में सेंट्रल गवर्नमेंट की एक एजेंसी है, जो नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर होने वाले अपराधों जैसे हत्या, घोटालों, भ्रष्टाचार के मामलों से जुड़े हुए अपराधों की भारत सरकार की तरफ से जाँच करती है. CBI एजेंसी की स्थापना 1941 में हुई थी और इसे केंद्रीय जांच ब्यूरो नाम अप्रैल 1963 में दिया गया था और इसका headquarter नई दिल्ली में स्थित है और यह वही से संचालित होती है. CBI और CID दोनों भारत सरकार के एजेंसी है.
CBI और CID में जहा आपको CBI को, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट और राज्य सरकार की सहमति के बिना भी देश के किसी भी राज्य में अपराधिक मामले की जांच के लिए आदेश दे सकती हैं भारत सरकार.
CID (Crime Investigation Department) क्या है?
CID यानि (Crime Investigation Department), भारत में राज्य सरकार की एक एजेंसी है, जो किसी राज्य में होने वाले अपराधों जैसे दंगा, किडनेपिंग, चोरी, हत्या, घोटालों, भ्रष्टाचार के मामलों से जुड़े हुए अपराधों की राज्य सरकार और उस राज्य के हाई कोर्ट की तरफ से जाँच करती है. CID एक राज्य में पुलिस का जांच और खुफिया विभाग होता है, इस CID डिपार्टमेंट की स्थापना ब्रिटिश सरकार ने 1902 में किया था.
CBI और CID में जहा आपको CID को, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट और राज्य सरकार की सहमति के बिना भी देश के किसी भी राज्य में अपराधिक मामले की जांच के लिए आदेश दे सकती हैं भारत सरकार.
Deference Between CBI and CID in Hindi?
यहा CBI और CID के बीच कुछ अंतर को जानते है-
- CBI के जाँच क्षेत्र देश और विदेश सभी होता है जबकि CID के जाँच क्षेत्र केवल एक राज्य होता है.
- CBI जाँच का आदेश केंद्र सरकार, हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के द्वारा सौंपे जाते हैं जबकि CID जाँच का आदेश राज्य सरकार या हाई कोर्ट के द्वारा सौंपा जाता है.
- CBI अपने देश और विदेश में किसी भी अपराध, घोटाला, धोखाधड़ी, और हत्या जैसे अपराधो की जांच करती है. जबकि CID किसी एक राज्य में होने वाले अपराध, घोटाला, धोखाधड़ी, और हत्या जैसे अपराधो की जांच करती है.
- अगर किसी व्यक्ति को CBI में शामिल होना है तो इसके लिए उसे SSC बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा में पास करना होगा जबकि CID में शामिल होना है तो उसे उस राज्य सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली पुलिस परीक्षा पास करने के बाद उसे अपराध-विज्ञान (Criminology) की परीक्षा को भी पास करना होगा.
- CBI की स्थापना 1941 में हुआ जबकि CID की स्थापना 1902 में हुआ.
- CBI के कार्य-क्षेत्र बहुत बड़ा होता है जबकि CID के कार्य-क्षेत्र सिमित होता है.
CBI और CID सम्बन्धी प्रश्न (FAQs)
CBI का पूरा नाम – केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) होता है.
CID का पूरा नाम – अपराध जाँच विभाग (Criminal Investigation Department) होता है.
CBI का गठन 1 अप्रैल 1963 को हुआ था.
CBI में भर्ती होने के लिए आपको यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम या SSC CGL एग्जाम देना होता है।
CBI का मुख्यालय नई दिल्ली में है.
1963 में सबसे पहले इसके संस्थापक निदेशक डी.पी. कोहली थे. जो 1963 से 1968 तक अपनी सेवा प्रदान की.
सीबीआई के संस्थापक भारत सरकार है.
आपको CID ऑफिसर बनने के लिय ग्रेजुएशन करना होगा, और उसके बाद UPSC एग्जाम को पास करना होगा।
CBI अधिकारी की सैलरी ग्रेड पे रु.4600
प्रारंभिक मूल वेतन रु.13900
7वीं सीपीसी के बाद मूल वेतन रु.44900
7वीं सीपीसी के बाद सकल वेतन रु.54680-62664 होता है.
अब क्राइम की जानकारी आप डायरेक्ट CID को दे सकते हैं। जिसका 18003456270 टॉल फ्री नंबर है।
CID में ऑफिसर बनने के लिए पुरूषों के लिए हाइट 165 सेंटीमीटर (लगभग 5.2 फीट) होनी चाहिए। और
महिला के लिए हाइट करीब 150 सेंटीमीटर (लगभग 5 फीट) होनी चाहिए। सीना फुलाने के बाद कम से कम 76 सेंटीमीटर होना चाहिए।
CID भारत के अपने-अपने राज्यों की पुलिस की एक जांच और खुफिया विभाग है, जो राज्य के भीतर किए गए अपराधों की जांच करता है.
CID यह एक ऐसी राज्य की जांच एजेंसी है जो केवल राज्य स्तर के अपराधिक मामलों की जांच करती है अर्थात राज्य में किसी भी जगह जो भी दंगे, हत्या, अपहरण, चोरी इत्यादि के मामले होते हैं, उनकी जांच की जिम्मेदारी CID की होती है, और उसे अपने हिसाब से जाँच करती है.